Keyword research kaise kare? आज जिस टॉपिक के बारे में हम बात करने वाले हैं, वह भी हमारे बाकी सारे आर्टिकल्स की तरह आपको काफी पसंद आएगा। आज के आर्टिकल में बात करने से पहले हम आपसे एक सवाल जानना चाहते हैं कि keyword research kaise kare (कीवर्ड रिसर्च कैसे करते है)?
अगर आप ब्लॉगिंग कि दुनिया में कदम रखने वाले हैं , तो आपके लिए आज का आर्टिकल keyword research kaise kare (कीवर्ड रिसर्च कैसे करते हैं) बहुत ही महत्वपूर्ण है।
अगर हम बात करें, तो ब्लॉगिंग की दुनिया में आप अपनी वेबसाइट पर कुछ तरीके इस्तेमाल करके ट्रैफिक ला सकते हैं। जिनमें से कुछ तरीके सोशल मीडिया हैं, कुछ है माउथ पब्लिसिटी, कुछ है ईमेल सब्सक्राइबर्स।
इसके अलावा भी और भी बहुत सारी स्ट्रैटेजिस हैं जिनकी मदद से आप अपने ब्लॉग पर ट्रैफिक ला सकते हैं। इन सभी चीजों के अलावा एक ऐसी स्ट्रेटेजी (strategy) जिस पर बहुत कम लोग ध्यान देते हैं, वह है keyword research करना।
आज के आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं “कीवर्ड रिसर्च कैसे करें”(keyword research kaise kare), (कीवर्ड रिसर्च क्या होता है), keyword research kya hota hai ?, आप कैसे कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं (aapke keyword research kar sakte hai) और अपने ब्लॉग का seo optimization (ऑप्टिमाइज) कर सकते हैं।
Post Contents:
Keyword Research karne ke Steps kya hein?
अगर आप एक नए ब्लॉगर हैं, या आपने अभी-अभी ब्लॉग की शुरुआत की है तो, आर्टिकल आपके लिए ही है। क्योंकि हम इसमें आपको स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस (step by step process ) बताएंगे, जिसकी मदद से आप भी आसानी से keyword research सीख सकते है, इसका प्रयोग भी कर सकते हैं और उसको अपना कर अपने ब्लॉग की search engine ranking भी सुधार सकते हैं। साथ ही साथ ही आपके seo ऑप्टिमाइजेशन में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस प्रोसेस के माध्यम से हम आपको बताएंगे, उन सारे तरीकों के बारे में जो आपकी मदद करेंगे, कीवर्ड रिसर्च (keyword research karne me) करने में और आपके ब्लॉग पर बहुत सारा ऑर्गेनिक ट्रैफिक (organic traffic) लाने में।
तो चलिए शुरू करते हैं।
1. Keyword Research kya hai | कीवर्ड रिसर्च क्या है?
किसी भी seo strategy (स्ट्रेटजी) का सबसे बेसिक कॉन्सेप्ट होता है, कीवर्ड रिसर्च (keyword research )। अगर आपकी कीवर्ड रिसर्च (keyword research )अच्छी है, तो आप उसको अपने ब्लॉग में शामिल करके, blog की search engine ranking सुधार सकते हैं।
Keywords (कीवर्ड्स) वह शब्द होते हैं, जिन्हें डिजिटल कॉन्टेंट (digital content) की दुनिया में इस्तेमाल किया जाता है और यह कांटेक्ट की रीडेबिलिटी(पढ़ने की क्षमता) बढ़ाने में मदद करते हैं, उसकी प्रचार प्रसार में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
बिना कीवर्ड के डिजिटल कॉन्टेंट जैसे कि ब्लॉगिंग(blogging), यूट्यूब (youtube) या वेबसाइट कंटेंट (website content) की कोई अहमियत नहीं है। इसीलिए इसे सबसे महत्वपूर्ण seo strategy (स्ट्रैटेजी) माना जाता है।
2. Keyword Research क्यों महत्वपूर्ण है?
जैसा कि हमने पहले भी बताया कि बिना कीवर्ड (keywords) के डिजिटल कॉन्टेंट(digital content) जैसे कि ब्लॉगिंग (blogging), यूट्यूब (youtube) या वेबसाइट कंटेंट (website content) की कोई अहमियत नहीं है। इसीलिए seo strategy के तौर पर इसका इस्तेमाल किया जाता है।
कीवर्ड (keywords) की अहमियत का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि बिना कीवर्ड (keywords) का इस्तेमाल किए, आपके ब्लॉक का ट्रैफिक काफी हद तक कम हो सकता है। जबकि अगर आप अपने आर्टिकल में कीवर्ड्स (keywords) का अच्छे तरीके से इस्तेमाल करते हैं, तो आप का ब्लॉग सर्च रिजल्ट में पहले पेज पर आने तक की क्षमता रखता है। तो इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि keywords का सर्च इंजन रैंकिंग को बढ़ाने व कम करने में कितना महत्पूर्ण योगदान है।
कीवर्ड रिसर्च (keyword research) सिर्फ आपको यही नहीं बताता के अभी कौन सा टॉपिक चलन में है, बल्कि यह आपको, सभी तरह के कॉन्पिटिशन, जो कि कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके अपने वेबसाइट को रैंक कराने की कोशिश करते हैं, उन सब के बारे में भी आपको बताता है।
इन सब बातों से आपको यह तो पता चल जाएगा कि कीवर्ड रिसर्च कितना महत्वपूर्ण है। मगर अब बात आती है इस सवाल की के आप कैसे कीवर्ड रिसर्च करेंगे?तो इसका भी जवाब है।
3. Keyword research कैसे करना है
एक सफल कीवर्ड रिसर्च (keyword research) करने के लिए, आपको यह जानना बहुत जरूरी है कि आखिरकार लोग इंटरनेट पर क्या सर्च कर रहे हैं। लोग इंटरनेट पर कौन से सवालों के जवाब ढूंढ रहे हैं, कौन से जवाब उन्हें सच में मिल रहे हैं.
इसके अलावा भी कौन सा टॉपिक सबसे ज्यादा डिस्कस किया जा रहा है, कौनसा टॉपिक सबसे ज्यादा न्यूज़ में है, सबसे ज्यादा चलन में है, किस टॉपिक के बारे में सबसे ज्यादा बात हो रही है, इत्यादि।
इन सब चीजों के बारे में आपको पता करना बहुत जरूरी है। क्योंकि यही, वह चीजें हैं, जो आप के आर्टिकल की सर्च इंजन रैंकिंग सुधार सकती है और उसे पहले पेज पर ला सकती है।
अब जो दूसरी महत्वपूर्ण बात है वह यह है कि जब आपने यह डिसाइड कर लिया कर आपका niche यानि सब्जेक्ट या टॉपिक क्या है, तो अगला चाहता है कि आपको अपने टॉपिक से रिलेटेड जितने भी कीवर्ड्स हैं, उन सब को अपने ब्लॉग में इस्तेमाल करना है।
इस तरह के keywords, जो सीधे तौर पर (डायरेक्टली) आपके टॉपिक से जुड़े हुए होते हैं, उन्हें seed keywords (सीड कीवर्ड्स) कहते हैं। यह वे आईडिया होते हैं, जो आप के मुख्य कंटेंट के रूप में कार्य करते हैं। अब यहां पर जरूरी नहीं है कि जितने भी seed keywords है, आप उन सभी का इस्तेमाल कर ले।
आप seed keywords की लिस्ट बना कर तैयार कर ले और उसमें से उन मेन कीवर्ड्स को लेते जाएं, जिनके बारे में आपको जानकारी है और जिसके बारे में आप ब्लॉग आर्टिकल लिख सकते हैं।
जब आपके पास 8-10 कीवर्ड्स रह जाएंगे, तो आप इनका इस्तेमाल अपने आर्टिकल में कर सकते हैं और अपनी seo रैंकिंग को सुधार सकते हैं।
4. लंबे और मध्य keywords का महत्व | Importance of Long and Medium Keywords
जब आप कीवर्ड सर्च (keyword search) करेंगे, तो जाहिर सी बात है आपको इतने सारे कीवर्ड्स मिलेंगे कि आप यह चाहेंगे, कि आप उन सभी keywords को अपने आर्टिकल में शामिल कर ले।
हालांकि यह बात सही है कि आप उन सब keywords को इस्तेमाल करना चाहेंगे, लेकिन आपको ऐसा करना नहीं है। ना ही आपको सिर्फ एक या दो शब्दों वाले कीवर्ड्स का इस्तेमाल करना है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर आप एक या दो शब्द वाले ही छोटे keywords का इस्तेमाल करेंगे, तो उसका इस्तेमाल तो पहले ही बड़ी वेबसाइट और बड़े-बड़े ब्लॉगर कर चुके होंगे, तो आप उन के दम पर तो गूगल में पहले नंबर पर rank नहीं कर सकते।
तो आखिर आप क्या कर सकते हैं?
किसी भी सर्च इंजन पर टॉप 10 searches में आने के लिए, आपको उन कीवर्ड्स का इस्तेमाल करना होगा जो कि थोड़े लंबे हैं यानी long-tail keywords.
Long-tail keywords (कीवर्ड्स) वो keywords होते हैं, जिन्हें अक्सर लोग अपने सवाल का जवाब पाने के लिए सर्च इंजन पर इस्तेमाल करते हैं। जैसे उदाहरण के तौर पर अगर हम बात करें तो long-tail keywords का उदाहरण यह है – “ लाल किला कहां पर स्थित है”, इस उदाहरण से आपको आईडिया लग गया होगा कि long-tail कीवर्ड्स किसको कहा जाता है। अब इसमें अलग-अलग शब्द जैसे के ‘लाल किला’, ‘स्थित है’, ‘कहां पर’, और ‘दिल्ली’, यह सब आपके कीवर्ड्स बन सकते हैं।
एक सर्वे के अनुसार यह देखा गया है कि सर्च इंजन पर जितने भी क्वेश्चन आते हैं, उसमें से ज्यादातर 4 शब्द या उससे भी बड़े होते हैं। यानि बहुत कम लोग, छोटे कीवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर लोग बड़े कीबोर्ड का ही इस्तेमाल करते हैं, अपने सवालों के जवाब ढूंढने के लिए। तो ,यहां पर आपके पास मौका है कि आप उन बड़े कीवर्ड (keywords) को टारगेट करके, अपने आर्टिकल में शामिल कर सकते हैं और सर्च इंजन में रैंकिंग को सुधार सकते हैं।
long-tail keywords की सबसे बड़ी खासियत यह होती है, की एक तो इनमें कंपटीशन कम होता है और दूसरा यह उन विजिटर्स (visitors) को आपकी वेबसाइट या आपके ब्लॉग पर लाते हैं, जो वाकई में उस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं और जो वाकई उस टॉपिक में इंटरेस्टेड हैं, जिस पर आप आर्टिकल लिख रहे है।
हालांकि यह बात बिल्कुल सच है कि long-tail या medium tail keywords का सर्च वॉल्यूम उतना ज्यादा नहीं होता, जितना एक या दो शब्द वाले कीवर्ड यानी स्मॉल कीवर्ड्स(small keywords) का होता है, लेकिन यह कीवर्ड्स आपकी मदद कर सकते हैं, आपके विजिटर्स को ईमेल सब्सक्राइबर में बदलने में, क्योंकि आप अपने विजिटर्स को वही दे रहे हैं जो हो जाते हैं। यानी उनके सवालों के जवाब। ईमेल सब्सक्राइबर एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, आपके ब्लॉग को सफल बनाने में और बाद में इस ब्लॉग के जरिए पैसे कमाने में।
5. High click, volume and low competition keywords
अगर आप एक नए ब्लॉगर हैं, तो जो सबसे अच्छा तरीका है अपने आर्टिकल या ब्लॉग को रैंक करवाने का, तो वह यह है कि आप थोड़े कम मुश्किल(simple) और हाई वॉल्यूम (high volume) वाले कीवर्ड्स (keywords) को अपने आर्टिकल या ब्लॉग में शामिल करें।
अगर आप इन ऊपर बताए हुए कीवर्ड्स (keyword )का इस्तेमाल करेंगे, तो यह आपको बहुत ही शानदार अवसर देंगे कि आप किसी भी सर्च इंजन रिजल्ट्स में ज्यादा रैंक हासिल कर सकेंगे और साथ ही साथ आपके पास ज्यादा ऑर्गेनिक ट्रैफिक भी आ पाएगा।
आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि आप उन कीवर्ड्स (keywords) को टारगेट करें, जिनका सर्च वॉल्यूम(search volume) तो ज्यादा हो, मगर बहुत ही कम लोग उन टॉपिक को लेकर कोई ब्लॉग या आर्टिकल लिख रहे हो। यानी उन कीवर्ड्स पर बहुत ही कम लोगों का आर्टिकल publish हुआ हो । इस तरह से आप, अपने आपको उस कंपटीशन से बचा सकते हैं, जिसमें सिर्फ एक ही keyword का टारगेट लेकर, हजार लोग उस पर आर्टिकल लिखते हैं। तो इस प्रकार आप उन keywords का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनके बारे में कम आर्टिकल लिखे गए हैं और इस तरह से आप काफी अच्छा अवसर पा सकेंगे और आपके niche में अच्छी रैंक भी पा सकेंगे।
6. अपने keyword competition का पता कैसे लगाएं?
एक और जो सबसे महत्वपूर्ण बात है keyword research kaise kare (कीवर्ड रिसर्च कैसे करें?) के बारे में। वह यह है कि आपको यह पता होना चाहिए कि आपका कंपटीशन कितना है और किससे है।
आपको अपने ही niche के दूसरे ब्लॉक और आर्टिकल्स को देखना चाहिए और यह आकलन (analysis) करना चाहिए कि ऐसी कौन-कौन सी बातें हैं, जिसकी वजह से उनका(आपके कंपीटीटर्स) ब्लॉग ज्यादा आकर्षक बन रहा है, सभी readers की नजर में।
उनके ब्लॉग में जो भी चीजें आकर्षक हैं, उस को ध्यान में रखकर, आपको अपने ब्लॉग में भी उन्हें शामिल करना चाहिए और अगर उसमें किसी प्रकार के सुधार की जरूरत है तो आपको वह सुधार भी करना चाहिए।
इससे जो सबसे महत्वपूर्ण बात सामने आएगी, वह यह है कि आप अपने कंपटीशन के कीवर्ड रिसर्च (keyword research )को देख सकते हैं और अपने आर्टिकल में उनका इस्तेमाल कर सकते हैं।
अब तो यहां पर महत्वपूर्ण बात आती है वह यह आती है कि आपको कैसे पता चलेगा कि आपके competitor कौन से हैं? तो इसका भी समाधान हम आपके लिए लेकर आए हैं आप नीचे दिए हुए इन पॉइंट्स के जरिए पता लगा सकते हैं क्या आपके कॉम्पिटिटर कौन से हैं।
1. गूगल के पहले 10 सर्च रिजल्ट
सबसे अच्छा तरीका जिसकी मदद से आप पता लगा सकते हैं कि आपके कॉम्पिटिटर कौन कौन से हैं। वह यह है कि आपको अपने टारगेट कीवर्ड को गूगल पर लिखना है, उसके बाद जो भी सर्च रिजल्ट आते हैं, उसमें से आपको पहली 10 सर्च रिजल्ट्स को अच्छे से ऑब्जर्वर करना है। यही वह कंपटीशन है जो आपके चुने हुए टारगेट keyword का इस्तेमाल करके रैंक कर रहे हैं।
सबसे अच्छी बात यह है कि आप जब इन सारे सर्च रिजल्ट्स को पढ़ेंगे, तो आपको भी पता चलेगा कि कितनी सारी चीजें हैं, जो आप भी अपने आर्टिकल में शामिल कर सकते हैं और अपने आर्टिकल को ज्यादा बड़ा बना सकते हैं।
2. Keyword competition kitna hai
कीवर्ड रिसर्च कैसे करें (keyword research kaise kare), इसके अंदर जो अगली चीज आती है वह यह है कि आप यह देखना है कि कितने लोग पहले से ही आपके चुने हुए कीवर्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अगर आपका सिलेक्टेड कीवर्ड(keyword) काफी ज्यादा पॉपुलर है और उस पर लिखना काफी आसान है, तो बहुत ज्यादा चांस है कि उस पर पहले से ही बहुत सारे लोग आर्टिकल लिख चुके होंगे। अब यदि ऐसा है तो आप क्या कर सकते हैं? इसके लिए आप हमारे बताए हुए दो approach(अप्रोच) को अपना सकते हैं।
पहला- keyword gap (कीवर्ड्स गैप) को देखें
इसमें आपको यह देखना है कि आपके कॉन्पिटिशन में जो आर्टिकल लिखे गए हैं, उनके keyword में किस चीज की कमी है। जब आप उनके keywords (कीवर्ड्स) की कमी को पहचान लेंगे, तो आप उनका इस्तेमाल अपने कीवर्ड्स की लेंथ को बढ़ाने में इस्तेमाल कर सकते हैं और आप long tail keywords( कीवर्ड्स) को लेकर मार्केट में उतर सकते हैं।
दूसरा- lengthy article लिखे
दूसरा जो तरीका है, वह यह है कि आप हाई (high) कंपटीशन कीवर्ड (keyword) ले सकते हैं, और अपने आर्टिकल की लंबाई ज्यादा बढ़ा कर यानी कि वर्ड लिमिट(word limit) ज्यादा बढ़ा कर और उसमें सारी चीजें बताकर। यानी, जितने भी जानकारी आपको है, या आप जुटा सकते हैं, उन सब को मिलाकर एक बड़ा आर्टिकल तैयार करें और उसे पब्लिश करें इससे क्या होगा कि आप सारे कीवर्ड्स का इस्तेमाल भी कर पाएंगे और जब भी कोई रीडर किसी भी कीवर्ड से सर्च करेगा, तो आपके आर्टिकल के रैंक होने के ज्यादा चांस रहेंगे।
इसका सबसे बड़ा कारण है गूगल का एनालिटिक्स सिस्टम(google analytical system) , जो कि उन आर्टिकल्स को सर्च रिजल्ट में ज्यादा अच्छी रैंक देता है जो कि ज्यादा बड़े और इनफॉर्मेटिव होते हैं।
तो इस तरह आप हमारे ऊपर बताए हुए दोनों अप्रोच को फॉलो कर सकते हैं और अपनी रैंकिंग बढ़ा सकते हैं।
7. जगह के हिसाब से keyword research kaise kare?
कीवर्ड्स (keywords) कभी भी एक जैसे नहीं रहते। अगर हम बात करें किसी भी विशेष कीवर्ड (specific keyword) की, तो ऐसा भी हो सकता है कि साल का ऐसा कोई विशेष महीना या अवसर हो, जब वह कीवर्ड ज़्यादा रिसर्च किया जा रहा हो और बाकी के समय वह बहुत कम या बिलकुल ना के बराबर इस्तेमाल किया जा रहा हो। इसलिए कीवर्ड्स समय के हिसाब से भी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
आप जिस जगह पर रहते हैं, उस जगह पर किस तरह का ट्रेंड चल रहा है , लोग किस बारे में बात करना पसंद कर रहे हैं, इन सब चीजों से यही पता चलता है कि कीवर्ड की प्रसिद्धि, एरिया वाइज भी अलग अलग हो सकती है।
अगर हम इतने उदाहरण की बात करें तो, अगर आपका कीवर्ड है ‘दिवाली’, तो लोग इसके बारे में अक्टूबर या नवंबर के महीने में ज्यादा सर्च करते हो हुए मिलते हैं, उस वक्त इस कीवर्ड(keyword) का सर्च वॉल्यूम(search volume) काफी ज्यादा होता है। जबकि इसी कीवर्ड(keyword) को अगर आप जनवरी के महीने में देखेंगे, तो आपको बिल्कुल ना के बराबर इसका ट्रेंड दिखेगा।
अब इसी उदाहरण के जरिए, हम आपको एरिया वाइज भी बता देते हैं, कि एरिया वाइज किस तरह से कीवर्ड की प्रसिद्धि पर प्रभाव पड़ता है। जिस त्योहार का हमने जिक्र किया, वह भारत में सबसे ज्यादा मनाया जाने वाला त्यौहार है, तो जब आप एरिया वाइज भारत के हिसाब से इस कीवर्ड को सर्च करेंगे, तो आपको इसकी प्रसिद्धि, यहां पर ज्यादा मिलेगी। जबकि आप अगर इसी keyword का इस्तेमाल अफ्रीका में करेंगे, तो आपको यह उतना ज्यादा प्रसिद्ध है या टारगेट करने लायक नहीं लगेगा।
ऐसा इसलिए क्योंकि जाहिर सी बात है, अफ्रीका के लोग दिवाली नहीं मनाते हैं, वे अपना कोई और त्योहार मनाते हैं, तो उनके यहां उस त्योहार के बारे में लोग ज्यादा पता करने की कोशिश करेंगे ना ही की दिवाली के बारे में।
तो इन दोनों उदाहरण से आपको पता चल गया होगा कि कैसे कीवर्ड किसी समय विशेष और किसी जगह विशेष पर अलग-अलग तरीके से पॉपुलर और ट्रेंडी हो सकता है।
अब आप कैसे पता लगाएंगे, कि आप का चुनाव हुआ keyword, आपके एरिया में या जिस भी समय आप उस कीवर्ड का इस्तेमाल करके अपना आर्टिकल लिखने वाले हैं, उस समय पर, कितना पॉपुलर या ट्रेंडी है। इस दुविधा का समाधान भी हमारे पास है इसके लिए आप एक फ्री टूल(free tool) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसका नाम है -गूगल ट्रेंड्स(google trends). यह गूगल का फ्री टूल है, जिसकी मदद से आप अपने कीवर्ड(keyword) की मार्केट डिमांड का पता लगा सकते हैं। और अपने आर्टिकल को फ्रेंड के हिसाब से बदल सकते हैं या चुन सकते हैं।
8. अपने रीडर्स को समझना
अगर आप गूगल पर सर्च करते हैं, तो आप यह बात तो जरूर जानते होंगे, कि आप हमेशा एक जैसा ही सवाल या चीज, सर्च नहीं करते हैं। आप जब भी गूगल पर सर्च करते हैं तो आप अलग-अलग चीजों के बारे में सर्च करते हैं। यानी एक तरह से कहा जाए तो आपके सवाल और आपकी सर्च का दायरा, समय के साथ, दोनों ही बढ़ता जाता है।
कभी आप किसी आने वाली फिल्म के बारे में सर्च कर रहे होते हैं, कभी आप किसी चीज को खरीदने के लिए सर्च कर रहे होते हैं, या फिर आप कभी यह देखने के लिए सर्च कर रहे होते हैं कि मार्केट में बेस्ट गैजेट कौन सा है और इसी तरह से आपको मदद मिलती है या सलाह मिलती है, जो आपके लिए काफी मददगार साबित होती होगी।
जब आप अपने रीडर्स को समझ पाएंगे तो आप ज्यादा अच्छे से कीवर्ड रिसर्च कर पाएंगे (keyword research kar penge).
आज हम आपको बताएंगे कि लोग ज्यादातर किन वजहों से गूगल पर सर्च करते हैं। ज्यादातर लोग 4 वजहों से google पर सर्च करते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- जानकारी के लिए
- जगह की तलाश
- कुछ खरीदने के लिए
- तुलनात्मक जानकारी के लिए
1. जानकारी के लिए
जो पहले तरह के लोग हैं, वह किसी चीज या टॉपिक की इंफॉर्मेशन या जानकारी, इंटरनेट पर सर्च करते हैं। ज्यादातर इसी तरह के लोग, इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर ब्लॉगर्स के लिए यह काफी अच्छी कैटेगरी है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि ब्लॉगर आम इंसानों के जो प्रश्न है उनके जवाब दे सकते हैं यह रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े हुए भी हो सकते हैं, यह किसी करंट अफेयर के बारे में भी वह सकते हैं, यह पढ़ाई से रिलेटेड भी हो सकती है, यह किसी ट्रेंडी चीज के बारे में भी हो सकते हैं, इत्यादि। यानी इसकी कोई कैटेगरी नहीं है कई सारे लोग कई तरह के सर्च करते ही रहते हैं।
इस कैटेगरी के लोगों को कभी कभी इंफॉर्मेशन के साथ सलाह की भी जरूरत होती है, कभी-कभी इंस्ट्रक्शंस की भी जरूरत होती है। तो यहां पर ब्लॉगर के लिए बहुत अच्छा स्कोप रहता है।
2. किसी विशेष जगह की तलाश
जो दूसरी तरह की सर्च लोग इंटरनेट पर करते हैं, वह है किसी विशेष जगह की तलाश करना। इस तरह की सर्च उन लोगों के द्वारा की जाती है, जो यह जानते हैं कि उन्हें कहां जाना है और उन्हें क्या करना है। लेकिन फिर भी वह गूगल की मदद लेते हैं ताकि उन्हें उस चीज की सही जगह की जानकारी मिल जाए या सही वेबसाइट मिल जाए। जो उनके लिए लाभदायक हो।
इस तरह कि जो भी सर्च होती हैं उसमें लोग, किसी विशेष वेबसाइट का नाम या url नहीं जानते, मगर वह गूगल की मदद से वहा जाना चाहते हैं।
उदाहरण : टि्वटर, फेसबुक, वर्डप्रेस इत्यादि।
तो यह वह सारी विशेष जगह या websites है, जिसके बारे में लोग जानती तो है मगर उन्हें यह नहीं पता कि उसका url क्या है?
तो अगर आप एक ब्लॉगर हैं, तो इस तरह की वेबसाइट और इस तरह का ट्रैफिक, आपके किसी काम का नहीं है, क्योंकि यह लोग, कहीं और जाना चाहते हैं।
3. कुछ खरीदने के लिए
तीसरे तरह की सर्च वह होती हैं, जिसमें लोग कुछ ना कुछ खरीदने के लिए गूगल पर, या तो डायरेक्ट सर्च करते हैं या फिर डायरेक्ट उस वेबसाइट का नाम सर्च करते हैं, जिससे वह कुछ खरीदना चाहते हैं।
अब क्योंकि, इस तरह की सर्च करने वाले ज्यादातर लोग वह होते हैं, जो पहले से ही कुछ खरीदने का मन बना चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने पहले से ही सारी सर्च कर ली है, सारी जानकारी जमा कर ली है, उस प्रोडक्ट के बारे में जिसको वह खरीदना चाहते हैं। और अब खरीदने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।
इस तरह की सर्च के कीवर्ड्स के उदाहरण हैं :
Flipkart , अमेज़न, bluetooth की प्राइस क्या है, लेटेस्ट मोबाइल इत्यादि।
अब अगर आपके पास कोई प्रोडक्ट या सर्विस है, जिसे कि आप बेचना चाहते हैं, तो इस तरह के keywords आप इस्तेमाल कर सकते हैं और इससे आपको काफी ज्यादा वॉल्यूम में ट्रैफिक भी मिल जाएगा।
4. तुलनात्मक जानकारी के लिए
तुलनात्मक जानकारी के लिए सर्च करना, हमारी लिस्ट में चौथे नंबर पर आता है। इस तरह की सर्च उन लोग द्वारा की जाती है, जो कोई प्रोडक्ट या सर्विस खरीदना तो चाहते हैं। लेकिन अभी वह इस नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं कि उन्हें कौन सा प्रोडक्ट लेना चाहिए।
यह वह लोग हैं जो मार्केट में इतने सारे प्रोडक्ट को देखकर थोड़े कंफ्यूज हो चुके हैं कि उन्हें कौन सा प्रोडक्ट सूट करेगा या फिर उनके लिए कौन सा प्रोडक्ट अच्छा रहेगा। इन लोगों का मुख्य उद्देश्य यह रहता है कि यह, ये जानना चाहते हैं, कि जिस प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में वह सर्च कर रहे हैं, उसकी अच्छाई और बुराई क्या है? या फिर यह उस लोकल दुकान या जगह की तलाश कर रहे होते हैं, जहां से यह प्रोडक्ट यह आसानी से ले सकते हैं।
इस तरह की सर्च इसके उदाहरण हैं।
बेस्ट कैमरा, टॉप 5 सबसे बढ़िया बाइक, 10000 रुपये के अंदर बेस्ट मोबाइल कौनसा है इत्यादि।
तो इस प्रकार हमने आपको 4 कैटेगरी बताइए, जिसका इस्तेमाल अक्सर लोग अपनी सर्च के दौरान करते हैं। आप इनमें से किसी भी केटेगरी के keywords (कीवर्ड्स) का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो भी आपके niche से संबंधित हो। और इस तरह से आप काफी ज्यादा ऑर्गेनिक ट्रैफिक (organic traffic), अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर ला सकते हैं।
इनमें कई सारी ऐसी चीजें हैं, जिसमें थोड़ी टेक्निकल नॉलेज भी चाहिए लेकिन कई सारी ऐसी चीजें हैं जो कि हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में काम आती हैं। तो आप अपने इंटरेस्ट और अपनी नॉलेज के हिसाब से इन कीवर्ड्स (keywords ka istemal) का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपनी सर्च इंजन रैंकिंग को सुधार सकते हैं।
9. कौन से कीवर्ड (keyword) पर आपका ब्लॉग पहले से रैंक कर रहा है
अगर आपका ब्लॉग पहले से ही स्थापित है, तो आप गूगल एनालिटिक्स (google analytics)का प्रयोग करके, उसपर जा कर यह समझ सकते हैं, कौनसे keyword की वजह से लोग आपकी वेबसाइट पर आए हैं।
अब आप यह कैसे कर सकते हैं?, तो हम आपको पूरा प्रोसेस बता देते हैं। सबसे पहले आपको गूगल एनालिटिक्स(google analytics) पर जाना है, उसके बाद आपको acquisition पर क्लिक करना है, उसके बाद आपको campaigns पर क्लिक करना है, और फिर आखिर में आपको organic keywords पर क्लिक करना है। तो इस प्रकार आप पता लगा सकते हैं कि कौन से ऐसे कीवर्ड हैं जिसकी वजह से लोग आपकी साइट की तरफ आकर्षित हुए हैं।
गूगल एनालिटिक्स की तरह ही एक और फ्री टूल है, जिसका इस्तेमाल भी आप कर सकते हैं कीवर्ड रिसर्च करने के लिए(keyword research karne ke liye), उसका नाम है – google search console.
यह भी बिल्कुल फ्री टूल (free tool) है, जिसकी मदद से आप कीवर्ड रिसर्च (keyword research) कर सकते हैं।
इस प्रकार हमारे द्वारा बताए हुए free keyword research tools (फ्री कीवर्ड रिसर्च टूल्स) का इस्तेमाल करके, आप भी आसानी से यह पता कर सकते हैं कि कौन से keywords, लोगों को अट्रैक्ट कर रहे हैं, आप की वेबसाइट पर आने के लिए और आप कैसे आगे भी इन कीवर्ड्स (keywords) का अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं, और भी ज्यादा ट्रैफिक अट्रैक्ट करने के लिए।
10. Popular keyword research tools
हमने आपको अभी तक यह बताया कि आप keyword research kaise kar सकते हैं, कौन-कौन सी स्ट्रैटेजिस हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने ब्लॉग यह आर्टिकल में अच्छे तरीके से keywords का इस्तेमाल कर के सर्च इंजन में अपनी रैंक को सुधार सकते हैं।
लेकिन अगर आपको अभी भी keyword research (कीवर्ड रिसर्च) करने में दिक्कत हो रही है या आपको समझ नहीं आ रहा कि कौन-कौन से, और ज्यादा कीवर्ड्स का आप इस्तेमाल कर सकते हैं। तो हम आपको यह भी बता देते हैं कि कुछ विश्व विख्यात keyword research tools (कीवर्ड्सरिसर्च टूल्स) इसमें आपकी मदद कर सकते हैं।
जी हां, मार्केट में ऐसे कई सारे keyword research tools (कीवर्ड रिसर्च टूल्स) है जिसके जरिए आप अपने आर्टिकल के लिए कीवर्ड्स ढूंढ सकते हैं और उन्हें अपने आर्टिकल में शामिल करके अपने आर्टिकल का seo optimization (ऑप्टिमाइजेशन) अच्छे तरीके से कर सकते हैं।
हम आपको कुछ paid और कुछ free, keyword research tools( कीवर्ड रिसर्च टूल) के बारे में बता रहे हैं।
कुछ प्रसिद्ध keyword tools (कीवर्ड टूल्स) हैं
1. Twinword ideas से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
यह अब तक का सबसे बेस्ट कीवर्ड रिसर्च टूल है। यहां को मार्केट में फ्री और paid दोनों वर्जन में मिल जाएगा। लेकिन इसका फ्री वर्जन भी उतना ही कमाल का है, जितना उसका paid version है। इसमें भी आपको बहुत सारी interesting features मिलते है, keywords ढूंढने के लिए। जैसे relevant keywords (रेलीवेंट कीवर्ड्स), पॉपुलर टॉपिक्स, कीवर्ड्स स्कोर, competition data (कंपटीशन डाटा) इत्यादि।
2. Ahrefs से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
यह सबसे ज्यादा पावरफुल seo tool है, bloggers के लिए। यह कई सारे फीचर देता है। इसका डैशबोर्ड(dashboard) भी काफी शानदार है। यह सिर्फ paid version (वर्जन) में उपलब्ध है। इसमें भी कई सारे फीचर्स जैसे कि बैकलिंक चेकर,serp चेकर , यूट्यूब कीवर्ड टूल, ऐमेज़ॉन कीवर्ड टूल, कीवर्ड जनरेटर, लिंक चेकर, कीवर्ड रैंक चेकर, इत्यादि।
3. Semrush से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
Semrush, एक all in one marketing tool (ऑल इन वन मार्केटिंग टूल्स) है। यह भी पेड़ वर्जन (paid version) में उपलब्ध है। यह भी अपने यूजर्स को कई सारे अनगिनत फीचर्स देता है।
इसके फीचर्स में शामिल है- long tail keywords, audience insights (ऑडियंस इनसाइट), चेक बैकलिंक्स(check backlinks) , keyword difficulty (कीवर्ड डिफिकल्टी) ,कंपटीशन कीवर्ड्स, ऑर्गेनिक कंपीटीटर्स(organic competitors) , keep track of domain position, analytical report, इत्यादि। इसके अलावा भी आपको दूसरी वेबसाइट के ट्रैफिक और परफॉर्मेंस के बारे में भी बताता है, यह आपको दूसरे लैंग्वेज वाले इंफॉर्मेशन के बारे में भी बताता है और यह आपको related keywords के बारे में भी जानकारी देता है।
4. Keywords everywhere से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
यह टूल पहले फ्री में उपलब्ध था, लेकिन अब यह सिर्फ paid version में उपलब्ध है। यह एक ब्राउज़र प्लगइन(browser plugin) है, जो chrome या firefox ,दोनों में आसानी से चल सकता है और आप गूगल के सर्च इंजन पर इस को आसानी से देख सकते हैं। इसमें भी इन्होंने बहुत सारे फीचर्स को जोड़ा है। इनके फीचर्स में monthly search volume (मंथली सर्च वॉल्यूम), adward competition (एडवर्ड्स कंपटीशन), कंपटीशन डाटा , people also search for data (पीपल अलसो सर्च फॉर डाटा) इत्यादि है।
5. Google keyword planner से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
गूगल कीवर्ड प्लानर एक और अच्छा ऑप्शन है और यह फ्री में उपलब्ध है। इसमें भी कीवर्ड प्लानर है जिसमें कि कई सारे फीचर्स मौजूद हैं जैसे कि कीवर्ड आईडिया, सर्च वॉल्यूम, सर्च फोरेकास्ट्स इत्यादि। इसका प्रयोग करने के लिए, पहले आपको गूगल एड्स अकाउंट बनाना पड़ेगा।
6. Moz से कीवर्ड रिसर्च कैसे करे?
यह भी एक काफी पावरफुल टूल है, जो कीवर्ड में seo की जानकारी भी देता है। यह भी paid version में ही उपलब्ध है। इसमें भी कई सारे फीचर्स हैं, जैसे – साइट audits, रैंक ट्रैकिंग, बैकलिंक एनालिसिस, कीवर्ड रिसर्च, कीवर्ड मैट्रिक्स, डिफिकल्टी स्कोर, ऑर्गेनिक ctr, इत्यादि।
आप हमारे ऊपर बताए हुए टूल्स में से, अपने बजट के अनुसार किसी भी keyword research tools का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऊपर बताए गए सभी काफी पॉपुलर keyword research tools है।
आप इनमें से किसी भी टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सभी टूल आपकी मदद के लिए ही हैं, इनके इस्तेमाल से आप अपने आर्टिकल को seo friendly बना पाएंगे और उसे ज्यादा अच्छे से एनालाइज(analyse) कर पाएंगे और अच्छे से अपने आर्टिकल या ब्लॉग में कीवर्ड रिसर्च करके लिख भी पाएंगे।
तो इस प्रकार आप इन सभी टूल्स की मदद से कीवर्ड रिसर्च (keyword research) कर सकते हैं और अपने आर्टिकल या blog की सर्च रैंकिंग में सुधार ला सकते हैं।
Last advice in Keyword Research Kaise Kare
Keyword research karne ke बारे में हमने आपको काफी सारी जानकारी दी, जो आपकी आने वाले समय में मदद करेगी, जब भी आप ब्लॉग या आर्टिकल लिखेंगे।
आज के समय, बिना कीवर्ड रिसर्च किए(bing keyword search kiye), आपका आर्टिकल seo ऑप्टिमाइज नहीं हो सकता है और ना ही आपके पास ऑर्गेनिक ट्रैफिक (organic traffic) आ पाएगा और ना ही आप, बाद में इससे कुछ कमाने की सोच सकते हैं। इसलिए ब्लॉगिंग शुरू करने से भी पहले, आपको keyword research kaise karein (कीवर्ड रिसर्च कैसे करें) के बारे में सारी जानकारी होनी चाहिए जो हमने आज के आर्टिकल में हिंदी में कब रखी है।
इसके अलावा अब हम आपको आखरी सलाह (last advice) देते हैं, जिसकी मदद से आप keyword research karne mein (कीवर्ड रिसर्च करने में) गलती नहीं करेंगे।
Keyword research (कीवर्ड रिसर्च) में सबसे ज्यादा ध्यान ये रखना होता है कि आप कहीं जरूरत से ज्यादा keywords ऐड (add) नहीं कर दें, अगर आप ऐसा करते हैं, तो गूगल आपकी साइट को जब भी analyse करेगा और उसे लगेगा के आप कीवर्ड्स को जबरदस्ती अपने आर्टिकल में ठूस रहे हैं यानी कि keyword stuffing कर रहे हैं, तो और वह आपको सर्च रिजल्ट्स में सबसे निचे भी रख सकता है। इसलिए कीवर्ड्स (keywords) को ध्यान से इस्तेमाल करना चाहिए।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा यह आर्टिकल ‘keyword research kaise kare’ काफी उपयोगी लगा होगा और पसंद भी आया होगा।
आपको इससे नई नई जानकारी मिली होगी कीवर्ड रिसर्च करने के बारे में।
आज के आर्टिकल ‘keyword research kaise kare’ में हमने जाना, फ्री कीवर्ड रिसर्च(free keyword research ) कैसे करते हैं, importance of keyword research (कीवर्ड रिसर्च का क्या महत्व है), कौन सी ऐसी स्टेटजी है जिसकी मदद से आप कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं(strategies for keyword research) ।
इसके अलावा भी हमने आपको पूरे स्टेप्स (steps) बताए, जिनकी मदद से आप की बॉडी सर्च आसानी से कर सकते हैं। इस आर्टिकल में आपने यह भी जाना कि कितने तरह की सर्च लोग करते हैं।
इसके अलावा आज के आर्टिकल (कीवर्ड रिसर्च कैसे करे) ‘keyword research kaise kare’ में हमने आपको यह भी बताया कि कौन-कौन से ऐसे फ्री या paid, keyword research tools (कीवर्ड रिसर्च टूल) है, जिसका इस्तेमाल करके, आप भी एडवांस तरीके से कीवर्ड खोज सकते हैं।
आपको हमारा आर्टिकल ‘keyword research kaise kare’ कैसा लगा आप हमें जरूर बताइएगा। अगर आपके कोई सवाल या सुझाव है इस आर्टिकल ‘keyword research kaise kare’ को लेकर, तो हमें जरूर बताएं।
हमें आपके कमैंट्स का इंतजार रहेगा।
धन्यवाद!
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