Omicron kya hai, या कोरोना का S जीन वायरस कौन सा है या फिर omicron virus क्या है, कैसे बचें, omicron के लक्षण क्या हैं, यह वायरस कैसे फैला, इसके नाम का अर्थ क्या हैं और यह कहां से आया है।
दुनिया अभी कोरोना वायरस से जूझ ही रही थी कि उसका एक नया ऐस जीन वेरिएंट आ गया है, जिसे ओमिक्रों कहा जा रहा है और यह वायरस बहुत ही ज्यादा तेजी से कई देशों में फैल सकता है।
लेकिन आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप ओमिक्रों वायरस से कैसे बच सकते हैं और omicron kya hai , से जुड़े हुए आपके सभी सवालों के जवाब देंगे।
तो क्या आप इस बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए तैयार हैं कि ओमिक्रों क्या है।
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Omicron क्या है? (omicron virus in hindi)
ओमिक्रों वायरस कोरोना वायरस का ही यह एक जीन वेरिएंट (omicron variant) है, जो बहुत ही ज्यादा तेजी से कई देशों में फैल रहा है और दक्षिण अफ्रीका के महामारी विज्ञान का यह भी कहना है कि सबसे पहले omicron का पता बोत्सवाना में चला था।
इसका नाम ग्रीक शब्द (o̞) के ऊपर रखा गया है। अब आपको पता चल गया होगा कि omicron meaning क्या होती है या omicron हिंदी में क्या होता है। वही से 25 नवंबर को इस नए वेरिएंट की घोषणा पूरे देश में कर दी गई थी और अब यह वायरस 14 से भी ज्यादा देशों में फैल गया है और सभी महाद्वीपों में पाया जाने लगा है।
लेकिन इस वायरस का नाम केवल 1 सप्ताह पहले ही रखा गया है और साथ ही में वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि इस महामारी और इसके प्रभाव को समझने में थोड़ा बहुत समय लगेगा।
महामारी के वैज्ञानिक अब्दुल करीम का यह कहना है कि omicron वायरस को सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था और वहीं से 19 नवंबर को एक इंसान में omicron वेरिएंट से पीड़ित पाया गया था।
अब आपको पता चल गया होगा कि how omicron got its name. लेकिन omicron वायरस चिंता का विषय आखिर क्यों है?
are omicron cases mild? (omicron variant covid)
दक्षिण अफ्रीका से फैला हुआ यह वायरस अगले ही दिन डब्ल्यूएचओ (WHO) द्वारा पिछले वेरिएंट्स की तरह ही ग्रीक शब्द के रूप में एक नए नाम से पहचाना जाने लगा।
पर यह वायरस चिंता का विषय इसलिए है क्योंकि omicron वायरस की जेनेटिक विशेषताएं बाकी वेरिएंट्स से अलग हैं और स्पाइक प्रोटीन के बदलावों की वजह से डब्ल्यूएचओ ने इस वायरस को चिंता का विषय ठहराया है।
यह वायरस जेनेटिक्स में सबसे अलग है, इसी वजह से इसकी वैक्सीन बनाना और उसे नियंत्रित करना भी बहुत ही ज्यादा कठिन हो सकता है।
इसी बीच दक्षिण अफ्रीका में गौतम प्रांत के अंदर (जिसमें जोहानेसबर्ग भी शामिल है) वहां पर ओमिक्रों वायरस के मामले बहुत ही ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं और दुनिया भर के वैज्ञानिक और आम जनता इस वायरस पर गौर कर रही है।
क्योंकि यह वायरस बहुत ही ज्यादा गंभीर है और इसका टीका बनाना भी बहुत ज्यादा कठिन है, डब्ल्यूएचओ ने ऐसा कहा है कि इस वायरस के टीकों को बनाने में कई सप्ताह लग सकते हैं। लेकिन omicron वायरस की जांच कैसे होगी।
How omicron is dangerous?
कोरोना वायरस के एस जिन वेरिएंट यानी कि ओमिक्रों वायरस की जांच पीसीआर (PCR) टेस्ट की मदद से होगी।
उसके बाद टेस्ट की मदद से मिलने वाले सैंपल को लैब के अंदर जांच के लिए भेज दिया जाएगा, जहां पर यह पता लगाया जाएगा कि जिस इंसान का वह सैंपल है, वह omicron संक्रमित (पॉजिटिव) है या नही।
अगर उस जांच का रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो फिर उस सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग (Genome Sequencing) वाली लैब में भेजा जाता है, जहां पर अगर जीन की मिक्सिंग या उससे जुड़ा हुआ होता है तो वह इंसान ओमिक्रोन संक्रमित माना जाता है। इसके जांच के तरीकों की वजह से जो यह वायरस कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक बन सकता है।
क्या omicron कोरोना से ज्यादा खतरनाक है? (omicron how deadly)
30 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के एक डॉक्टर ने यह कहा है कि लगभग 30 omicron संक्रमित लोगों का इलाज चल रहा है और इन लोगों में केवल हलके लक्षण ही देखने को मिले हैं।
लेकिन फिर भी वहां की सरकार ने इस वायरस को गंभीर समस्या माना है, क्योंकि जिन भी लोगों मे यह वायरस पाया गया है, वह नौजवान थे और हो सकता है कि ज्यादा उम्र वाले लोगों में गंभीर लक्षण देखने को मिले।
ईडीसीडी (EDCD) के हिसाब से अभी तक यह वायरस यूरोप में पाए गए सारे मामलो में, या तो बिना किसी लक्षण वाले मरीजों में पाया गया है या फिर हलके लक्षणों में, कोई भी गंभीर लक्षण अभी तक नही दिखे हैं। आपके मन में यह सवाल जरूर आ रहा होगा कि omicron वायरस की वैक्सीन या टीका कैसे बनेगा।
Omicron की वैक्सीन कब तक बनेगी? (omicron and vaccine)
अभी यह कहना बहुत ही ज्यादा जल्दबाजी होगी कि क्या कोरोना वायरस की वैक्सीन ओमिक्रों वायरस को भी ठीक कर सकती है, क्योंकि इस वायरस के अभी भी गंभीर मरीज नहीं पाए गए हैं।
एनओ का यह कहना है की जो मौजूदा टीके हैं, उनकी एंटीबॉडी अभी भी काम कर रही हैं, लेकिन यह बताना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है कि क्या वह किसी गंभीर मरीज को भी ठीक कर सकते हैं। दुनिया अभी भी इन आंकड़ों की ताक में बैठी हुई है कि वैज्ञानिक लैब के परीक्षणों की मदद से हमें इस सवाल का क्या जवाब देते हैं, लेकिन चाहे omicron के टीके इस समय कम प्रभावी हो।
लेकिन वह अभी भी मरीजों को लगाए जा रहे हैं और वह उन पर असर भी कर रहे हैं। हमारे आर्टिकल (ओमिक्रों क्या है) में अब हम आपको बताएंगे कि omicron वायरस corona के दूसरे वेरिएंट्स से अलग कैसे है।
Omicron कोरोना के बाकी variants से अलग कैसे है?
ओमिक्रों के वेरिएंट में 30 से भी ज्यादा म्यूटेशन है, मतलब की लैब को पार करने से पहले कोरोना वायरस अल्फा से यह बहुत ही ज्यादा अलग है, इसमें ऐसे कई बदलाव हुए हैं।
जो आज तक दुनिया के किसी भी वायरस में नहीं पाए गए हैं, ज्यादातर कोरोना वायरस के वेरिएंट्स में म्यूटेशन के बाद अपनी बाहर की प्रोटीन की परत मतलब की स्पाइक प्रोटीन में बदलाव कर लेते थे।
उस प्रोटीन की परत के कमजोर होने की वजह से ही दुनिया भर की कंपनियों ने वैक्सीन भी बना ली थी। लेकिन जब कोई वायरस अपनी ऊपर के कटीली परत को कमजोर या ताकतवर या फिर खत्म कर देता है तो वैक्सीन वायरस पर कोई भी असर नहीं कर पाती है।
मतलब की omicron वायरस के लिए एक असरदार वैक्सीन बनाना कंपनियों के लिए बहुत ही ज्यादा कठिन साबित हो सकता है। लेकिन यह पता कैसे लगाया जाता है कि किसी इंसान को omicron वायरस है या नही।
Omicron वायरस की पहचान कैसे होती है?
वैज्ञानिकों का यह कहना है कि जरूरी नहीं है कि ओमिक्रों वायरस में S gene ना हो, इस बात की जानकारी को देने के लिए जिनोम सीक्वेंसिंग की जरूरत पड़ेगी जो अभी तक कोई भी देश नहीं कर पाया है।
साथ ही में omicron और डेल्टा वायरस में जो सबसे बड़ा अंतर दिख रहा है, वह यह है कि ओमिक्रों में एस जिन नहीं पाया गया है और आज भी दुनिया भर में डेल्टा वायरस के सबसे ज्यादा मामले हैं।
आपको यह तो पता चल ही गया होगा कि omicron kya hai, यह डेल्टा वायरस से अलग कैसे है और यह कितना ज्यादा खतरनाक है, लेकिन अब हम आपको इस बारे में जानकारी देंगे कि आप ओमिक्रों वायरस से कैसे बच सकते हैं और इसके लक्षण क्या है।
are omicron symptoms mild? (omicron virus symptoms in hindi)
दक्षिण अफ्रीका में डॉक्टर Angelique Coetzee का यह कहना है कि वहां पर पाए गए ओमिक्रों वायरस के मरीजों में से एक 30 साल के युवक में यह लक्षण देखे गए हैं–
- हल्का सर दर्द (mild headache)
- सूखी खांसी (dry cough)
- गले में खराश (sore throat)
- शरीर में दर्द (body pain)
- बहुत ज्यादा थकान (fatigue)
जैसा कि आपको omicron वायरस के लक्षण (omicron virus symptoms) पढ़कर समझ में आया होगा कि यह बहुत ही ज्यादा सामान लक्षण है और यह कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के लक्षण से कितना ज्यादा मेल खाते हैं।
इसी वजह से यह बताना मुश्किल हो जाएगा की किसी इंसान को डेल्टा वायरस है या फिर ओमिक्रों। लेकिन आप ओमिक्रों वायरस से बचने के लिए क्या कर सकते हैं।
Omicron वायरस से बचने के लिए क्या करना होगा?
डब्ल्यूएचओ का यही कहना है कि दक्षिण के पूरे क्षेत्र के देशों को और भी ज्यादा सावधान हो जाना चाहिए और उनका कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं को और भी ज्यादा मजबूत रहना होगा।
साथ ही में शादी और भीड़ भाड़ वाले इलाकों से हमें ज्यादा से ज्यादा दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने सरकारों को इस बारे में भी चेताया है कि कोरोना वायरस की तरह हमें इस वायरस को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
जल्दी से जल्दी सारी चेतावनी यों को हर राज्य में लागू कर देना चाहिए, ताकि omicron वायरस डेल्टा वायरस की तरह पूरी दुनिया में ना फैले और ज्यादा से ज्यादा लोग इस वायरस से बच सके और साथ ही में उनका यह भी कहना है कि–
- हमें जल्द से जल्द vaccinated होना होगा और नियमित रूप से हाथ धोने होंगे।
- बाकी लोगों से दूर रहकर, उनकी ज्यादा से ज्यादा मदद करनी होगी।
डब्ल्यूएचओ का यह भी कहना है कि हमें इस वायरस को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित भी नहीं होना है और अपने शरीर के साथ-साथ अपने दिमाग का भी ख्याल रखना है, इम्यूनिटी का ध्यान रखना होगा।
आशा करते हैं की अब आपको समझ में आ गया होगा कि ओमिक्रों वायरस से आप कैसे बच सकते हैं, लेकिन यह वायरस भारत में कितना ज्यादा फैला है।
ओमीक्रॉन वायरस इंडिया में कब आया? | When omicron come in india?
केंद्र सरकार का यह कहना है कि भारत में अब तक omicron वायरस के 2 मरीज पाए गए हैं जिसमें से एक मरीज 66 साल का है, जो कि साउथ अफ्रीका से 20 नवंबर को आया था और वह पहले पॉजिटिव पाया गया और उसे आइसोलेट किया गया फिर उसके नेगेटिव पाए जाने के बाद वह दुबई गया था।
जहां तक दूसरे मरीज की बात आती है, तो वह कर्नाटक का ही एक हेल्थ वर्कर है, जिसे 21 नवंबर को बुखार और शरीर में दर्द हो रहा था और उसी दिन वह मरीज पॉजिटिव पाया गया था।
जिसके बाद उस इंसान को हॉस्पिटल ले जाया गया और उस इंसान के सैंपल को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया, जबकि 3 दिन बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया था उसका वैक्सीनेशन स्टेटस अभी मौजूद नहीं है।
इन दोनों मरीजों से जुड़े हुए 3 प्राइमरी और दो सेकेंडरी लोगों को 22 और 25 नवंबर को पॉजिटिव पाया गया है और पांचो लोगों को आइसोलेट कर दिया गया है और अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि उन्हें ओमिक्रों वायरस है या नही।
दुनिया के 11 देशों को ओमिक्रों वायरस में “at risk” पर रखा गया है, जोकि यूके, साउथ अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, चाइना, जिंबाब्वे, Mauritius, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर और इसराइल हैं।
इस लिस्ट में भारत का नाम नहीं है फिर भी हमें सावधानी बरतनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रहना चाहिए।
अभी केवल ओमिक्रों वायरस के दो ही मरीज पाए गए हैं, लेकिन हमें सतर्क रहना होगा, क्योंकि corona का डेल्टा वेरिएंट भी ऐसे ही पूरे भारत में फैला था, तो हमें omicron in india के खिलाफ सतर्क रहना होगा।
FAQs about Omicron kya hai
are omicron symptoms different? (omicron variant symptoms)
जहां तक omicron वायरस के सिम्टम्स या लक्षणों की बात आती है, तो यह कोरोना वायरस के डेल्टा वैरीअंट के लक्षणों की तरह ही दिखते हैं, तो ऐसे में यह पता लगा पाना बहुत मुश्किल हो जाता है किसी इंसान को डेल्टा वेरिएंट है या फिर omicron वायरस।
are omicron cases found in india? (omicron variant)
जी हां भारत में भी ओमिक्रों वायरस के दो केसेस पाए गए हैं, जो इस समय केवल कर्नाटका में है। जिनमे से एक इंसान साउथ अफ्रीका से आया था और दूसरा पीड़ित एक हेल्थ केयर वर्कर है। तो हम यह कह सकते हैं कि omicron india में आ चुका है।
what are omicron particles?
Omicron पार्टिकल्स या ओमिक्रों रेडिएशन वह रेडिएशन होती है, जोकि मैटर और एंटीमैटर की रिएक्शन की वजह से निकलती है, यह रेडिएशन दूसरे जीवों के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक होती है।
can omicron evade vaccine?
जी हां, कई सूत्रों का यह कहना है कि omicron वायरस एक वैक्सिनेटेड इंसान को भी हो सकता है और वैक्सीन omicron वायरस के against कमजोर पद सकती हैं, लेकिन फिर भी वह कुछ हद तक इसपर असर कर सकती हैं।
can omicron be detected by pcr test?
जी हां, omicron वायरस को पीसीआर टेस्ट मदद से डिटेक्ट किया जा सकता है लेकिन उसके लिए जेनिटेक एनालिसिस की जरूरत पड़ती है।
can omicron kill you?
हालांकि अभी तक अभी ओमिक्रों वायरस की वजह से किसी भी इंसान की मौत नहीं हुई है, इस वजह से यह बता पाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल है क्या omicron आपकी जान ले सकता है। बहुत से डॉक्टर का यह कहना है कि यह वायरस इस वायरस के लक्षण अभी तक हल्के दिखे हैं।
can omicron end the pandemic?
कई वेबसाइट और स्वास्थ्य की संस्थानों का यह कहना है कि जो अभी की वैक्सीन है वह कुछ महीनों में बढ़ने वाले ओमिक्रों वायरस के वेरिएंट को नहीं रोक पाएंगे। इसी वजह से बहुत से लोगों का यह मानना है कि omicron वायरस इस पैंडेमिक को खत्म कर सकता है और कई लोगों का यह भी मानना है कि इसकी वजह से एक नया पैंडमिक शुरू हो सकता है।
can omicron be detected?
जी हां, स्वास्थ्य की संस्थानों और WHO का भी यह कहना है कि omicron वायरस को पीसीआर (PCR) टेस्ट की मदद से डिटेक्ट किया जा सकता है, लेकिन उसके लिए जेनेटिक एनालिसिस (genetic analysis) करना पड़ता है।
can omicron cause lockdown?
जी हां दोस्तों, अगर दुनिया भर में omicron वायरस कोरोना वायरस के दूसरे वेरिएंट डेल्टा की तरह फैल गया, तो हो सकता है कि वापस लॉकडाउन लग जाए और कई जगहों पर तो सरकारों ने अभी से ही सावधानियां बरतना शुरू कर दी है।
when omicron first detected?
Omicron सबसे पहले साउथ अफ्रीका के बोत्सवाना में 19 से 23 नवंबर के बीच में पाया गया था।
did omicron originate in south africa?
Omicron वायरस साउथ अफ्रीका में बोत्सवाना में 19 नवंबर को पाया गया है, उसके बाद ही एक हफ्ते में यह 14 देशों तक फैल गया है और अभी तक साउथ अफ्रीका में ओमिक्रों के कुल 30 cases पाए गए हैं।
how omicron spread?
सबसे पहले यह वायरस साउथ अफ्रीका में Botswana में पाया गया था, जिसके बाद यह 1 सप्ताह के अंदर लगभग 14 देशों से भी ज्यादा में फैल गया है और भारत में भी इसके 2 केसेस पाए गए हैं और कई experts का यह कहना है, कि हमें इस वायरस को हल्के में बिल्कुल भी नहीं देना चाहिए।
how omicron pronounce?
Omicron को अंग्रेजी के तीन शब्दों की मदद से बोला जाता है, जिसे Oh, My और Krawn कहा जाता है, इन तीनो शब्दों को मिलाकर ही omicron बोला जाता है।
does omicron cause severe illness?
ऐसा बिल्कुल हो सकता है, बल्कि WHO की डॉक्टर Van Kerkhove का तो यह भी कहना है कि कई ओमी क्रोन केसेस में माइनस ए सीवियर इलनेस हो सकती है लेकिन उनका यह भी कहना है कि जो पहले से बनी हुई वैक्सीन है, वह इस वायरस के खिलाफ असरदार साबित होनी चाहिए।
does omicron have a higher death rate? (omicron fatality rate)
जी नहीं, साउथ अफ्रीका में SARS-CoV-2 या omicron के मरीज बहुत ही ज्यादा तेजाई से बढ़ रहे हैं जो 26 नवंबर को 3,402 थे वह 1 दिसंबर को दोगुना होकर 8,561 के आसपास आ गए हैं लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद भी डेथ रेट में कोई भी इंक्रीमेंट नहीं दिखा है।
can omicron be detected by rapid test?
जैसा कि डब्ल्यूएचओ का कहना है, कि PCR टेस्ट omicron वायरस को डिटेक्ट करने के लिए सबसे ज्यादा बढ़िया है पर उन्होंने रैपिड टेस्ट या Rapid Antigen Tests (RAT) को भी ठुकराया नही है।
लेकिन कई लैब के वैज्ञानिकों का यह कहना है कि हो सकता है कि रैपिड टेस्ट से इस वायरस के बारे में पता ना भी चले, इसी वजह से भारत में यह चिंता लगातार बनी हुई है।
क्योंकि जैसा कि कोरोना महामारी के डेल्टा वेरिएंट में भी हुआ था कि एयरपोर्ट पर और एक स्टेट से दूसरे स्टेट में जाने वाले लोगों को भी रैपिड टेस्ट की मदद से देखा गया था और उसमें सही रिजल्ट नहीं मिला था।
जबकि स्टेट में PCR टेस्ट हो जाने के बाद में वह लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, इसी वजह से यही चिंता omicron वायरस को भी लेकर बनी हुई है।
why omicron name?
Omicron के अलावा भी WHO के पास दो और suggestions थे, जोकि Nu और Xi थे। इन दोनों नामों का इस्तेमाल इसी वजह से नहीं किया गया था क्योंकि Nu को न्यू से जोड़ा जा सकता था, जबकि Xi एक बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला चाइनीस surname है।
डब्ल्यूएचओ का यह कहना था, कि वह किसी भी जाति या फिर देश के लोगों की भावनाओं को ठेस नही पहुंचाना चाहते हैं, इसी वजह से Xi नाम को भी नही चुना था।
निष्कर्ष
हमारे blog के आज के इस आर्टिकल में हमने आपको बताया कि omicron kya hai in hindi, यह कहां से आया है, इससे आप कैसे बच सकते हैं, omicron meaning बताई है और omicron वायरस से जुड़े हुए आपके सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है।
लेकिन अगर आपके मन में अभी भी omicron covid variant से जुड़ा हुआ कोई सवाल है, तो उसके बारे में हमें हाल की हाल कमेंट बॉक्स में जाकर बताएं।
ताकि, हम उस आपको सवाल का जवाब दे सके और आपके लिए omicron kya hai, का विषय समाप्त हो सके, ताकि आप ओमिक्रों वायरस से बच सकें।
हमारे ब्लॉग के आज के इस आर्टिकल (omicron kya hai) को अंत तक पढ़ने के लिए, हम आपका दिल से शुक्रिया करना चाहते हैं, धन्यवाद!
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